हिरा की गुफा में मोहम्मद की उम्र जब चालीस वर्ष के करीब हो चली और इस बीच आपकी अब तक की ज़िन्दगी ने क़ौम से आपकी सोच और विचार की दूरी बहुत बढ़ा दी थी , तो आपको तहाई बहुत प्रिय रहने लगी , इसलिए आप सत्तू और पानी लेकर मक्का से कोई दो मील दूर हिरा पहाड़ी की एक गुफा में जा रहते
यह एक छोटी - सी गुफा है , जिसकी लम्बाई चार गज़ और चौड़ाई पौने दो गज़ है । यह नीचे की ओर गहरी नहीं है , बल्कि एक छोटे - से रास्ते की बग़ल में ऊपर की चट्टानों के आपस में मिलने से एक कोतल की शक्ल लिए हुए है । आप पूरे रमज़ान उस गुफा में ठहरते , अल्लाह की इबादत करते , सृष्टि और उसकी अनेक वस्तुओं पर चिन्तन - मनन करते । आपको अपनी क़ौम के लचर , पोच , शिर्क भरे अक़ीदे ( विश्वास ) और अंधविश्वासी विचारों पर तनिक भर इत्मीनान न था , लेकिन आपके सामने कोई स्पष्ट रास्ता , निश्चित तरीका और अतियों से हटी हुई कोई ऐसी राह न थी , जिस पर आप इत्मीनान और सुकून के साथ आगे बढ़ सकते ।
यह एक छोटी - सी गुफा है , जिसकी लम्बाई चार गज़ और चौड़ाई पौने दो गज़ है । यह नीचे की ओर गहरी नहीं है , बल्कि एक छोटे - से रास्ते की बग़ल में ऊपर की चट्टानों के आपस में मिलने से एक कोतल की शक्ल लिए हुए है । आप पूरे रमज़ान उस गुफा में ठहरते , अल्लाह की इबादत करते , सृष्टि और उसकी अनेक वस्तुओं पर चिन्तन - मनन करते । आपको अपनी क़ौम के लचर , पोच , शिर्क भरे अक़ीदे ( विश्वास ) और अंधविश्वासी विचारों पर तनिक भर इत्मीनान न था , लेकिन आपके सामने कोई स्पष्ट रास्ता , निश्चित तरीका और अतियों से हटी हुई कोई ऐसी राह न थी , जिस पर आप इत्मीनान और सुकून के साथ आगे बढ़ सकते ।
मोहम्मद की यह एकान्तप्रियता भी वास्तव में अल्लाह की तबीर का एक हिस्सा थी कि धरती की व्यस्तताओं , ज़िंदगी के शोर और लोगों के छोटे - छोटे दुख - दर्द की दुनिया से आपका कटना उस ' बड़े काम ' की तैयारी के लिए पलटने का बिन्दु हो , जिसका दुनिया को इन्तिज़ार था । और आप बडी अमानत का बोझ उठाने . धरती के रहने वालों को दिशा देने और इतिहास के रुख को मोड़ने के लिए तैयार हो जाएं । अल्लाह ने रिसालत की ज़िम्मेदारी डालने से तीन साल पहले आपके लिए एकान्तप्रियता तै कर दी । आप एकान्त में एक माह तक सृष्टि की स्वच्छन्द आत्मा के साथ यात्रा करते रहते और इस वजूद के पीछे छिपे हुए अनदेखे के भीतर चिन्तन करते , ताकि जब अल्लाह का हुक्म हो तो उस अनदेखे के साथ ताल - मेल बिठाने के लिए मुस्तैद रहें ।
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